बोलानी, 11 मई (शिबाशीष नंदा) – सीमावर्ती खनन क्षेत्र बोलानी स्थित उपडाकघर में कार्यरत सब पोस्ट मास्टर (एस.पी.एम) विज्ञान नाएक के तबादले के आदेश को लेकर क्षेत्र में विरोध की लहर उठ गई है। स्थानीय ग्रामीणों ने जिला डाक अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर इस आदेश को रद्द करने की मांग की है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, श्री नाएक एक जागरूक, कर्तव्यनिष्ठ और कर्मठ अधिकारी हैं, जिन्होंने डाकघर की पारंपरिक सेवाओं को आम जन तक पहुंचाने के साथ-साथ कई सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय भूमिका निभाई है।
शनिवार को बोलानी उपडाकघर के समक्ष सैकड़ों महिला-पुरुषों द्वारा प्रतीकात्मक धरना देने की सूचना है। वहीं, बालागोड़ा ग्राम पंचायत की महिला सरपंच गौरी खुंटिया ने भी जिला डाक अधीक्षक को पत्र लिखकर श्री नाएक का तबादला रद्द करने और उनके कार्यकाल को बढ़ाने का आग्रह किया है।
ग्रामीणों का कहना है कि श्री नाएक ने डाक सेवाओं के माध्यम से न केवल लोगों को सरकारी योजनाओं से जोड़ा, बल्कि वर्षों से निष्क्रिय पड़ी जमा राशियों को सही खाताधारकों तक पहुंचाकर मानवीयता का परिचय दिया है।
उन्होंने राज्य सरकार की "सुभद्रा योजना" को स्थानीय हर श्रेणी की महिलाओं तक पहुंचाने में भी अहम भूमिका निभाई। विशेष रूप से अशिक्षित और गरीब महिलाओं को जागरूक कर उन्हें खाता खोलवाना, आधार कार्ड बनवाना और लिंक करना जैसी सेवाएं स्वयं उपस्थित रहकर, यहाँ तक कि डाकघर बंद होने के बाद भी, प्रदान कीं। इस के इलावा इस समय अपेक्षा रत महिलाओं और उनके बच्चों को अपनी खर्च से खाना पीना का भी इंतजाम किया ।
श्री नाएक ने अपनी व्यक्तिगत रुचि और प्रयासों से उपडाकघर की जर्जर इमारत की मरम्मत कराकर उसे पुनः कार्यक्षम बनाया, जिससे ग्रामीणों को बेहतर सेवा का लाभ मिल रहा है।
इसके अलावा, वे कई सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रमों में सक्रिय रहकर स्थानीय समाज में जागरूकता और समृद्धि लाने में भी योगदान दे रहे हैं।
इन्हीं कार्यों को देखते हुए स्थानीय जनता ने एक स्वर में जिला डाक अधीक्षक से श्री नाएक का तबादला रद्द करने और उन्हें बोलानी उपडाकघर में ही सेवा देने का अवसर देने की अपील की है।