महाकुम्भ नगर (प्रयागराज), 13 दिसंबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को तीर्थराज प्रयागराज की पावन धरा पर त्रिवेणी संगम में पूजा अर्चना कर 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने जा रहे महाकुम्भ के सफल आयोजन की कामना की। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी की आरती कर वैश्विक कल्याण का भी संकल्प लिया। तीर्थ पुरोहितों ने वैदिक मंत्रों के बीच पूरा कार्यक्रम संपन्न कराया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने त्रिवेणी में अक्षत, चंदन, रोली, पुष्प और वस्त्र भी अर्पित किए। इससे पूर्व मोदी ने प्रमुख साधु संतों का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री के साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री निषादराज क्रूज पर सवार होकर संगम नोज पर पहुंचे। किला घाट पर फ्लोटिंग जेटी से होते हुए वो क्रूज पर सवार हुए। व्हाइट कुर्ता-पजामा, ब्लू जैकेट, मैरून कलर की शॉल पहने प्रधानमंत्री ने क्रूज पर सवार होने के बाद डेक पर खड़े होकर यमुना की लहरों को निहारा। यहां से वह घूम-घूमकर पूरे क्षेत्र का अवलोकन भी करते नजर आए। इसके बाद रिवर क्रूज पर विहार का भी आनंद उठाया। संगम नोज पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने एक बार फिर उनका स्वागत किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने साधु-संतों से मुलाकात की और उनका अभिवादन किया। इस दौरान एक संत ने उन्हें मोतियों की माला भी भेंट की।
यहां से प्रधानमंत्री सीधे संगम नोज पर बने पंडाल में पहुंचे। यहां उपस्थित तीर्थ पुरोहितों ने उन्हें आसन ग्रहण कराया। प्रधानमंत्री के अगल-बगल में मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने भी आसन ग्रहण किया। इसके बाद तीर्थ पुरोहितों के वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच मोदी ने पूजा-अर्चना की। तीर्थ पुरोहितों ने उनसे आचमन भी कराया। प्रधानमंत्री ने खड़े होकर त्रिवेणी का जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक किया। प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने अक्षत, चंदन, रोली और पुष्पमाला के साथ ही त्रिवेणी में वस्त्र भी अर्पित किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने संगम आरती भी की। अंत में मोदी ने विशेष रूप से सजाए गए प्रांगण में फोटोशूट भी कराया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं ब्रजेश पाठक और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह भी मौजूद रहे।