बोलाानी (13 जून, विशेष प्रतिनिधि): मुख्यमंत्री के जिले केउंझर के खनन क्षेत्र में इन दिनों आपराधिक घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। दो दिन पहले जहां जोड़ा थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े हथियारों के दम पर बैंक लूट की घटना ने सनसनी फैला दी थी, वहीं अब सीमावर्ती बोलाानी थाना क्षेत्र के सेल (SAIL) अंतर्गत बोलाानी लौह खदान में दो वरिष्ठ अधिकारियों के घर में लाखों रुपये की चोरी से फिर से कानून-व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।
सेल कॉलोनी बनी अपराधियों का टारगेट:
जानकारी के अनुसार, सेल बोलाानी की आवासीय कॉलोनी में क्वार्टर नंबर E6/18 और E6/19 को निशाना बनाते हुए अज्ञात चोरों ने दोनों घरों में सेंधमारी की।
E6/18 में प्लांट विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक सुरेश चंद्र महांती और E6/19 में मैकेनिकल विभाग के सह-महाप्रबंधक सहनवाज आलम रहते हैं। उस समय दोनों परिवार अपने-अपने घरों में मौजूद नहीं थे, जिससे चोरों को आसानी से वारदात को अंजाम देने का मौका मिला।
चोरी का तरीका सुनकर चौक गए लोग:
चोरों ने बेखौफ होकर दरवाज तोड़े, फिर अलमारी को तोड़कर श्री महांती के घर से लगभग 20 से 25 लाख रुपये मूल्य के सोने के आभूषण और नकदी लूट लिए। श्री आलम के घर में भी दरवाजा के ताला तोड़कर चोरों ने पूरे घर को तहस-नहस कर दिया, अलमारी समेत सभी सामान बिखेर दिया।
हालांकि, श्री आलम के घर से कितनी संपत्ति की चोरी हुई है, इसकी स्पष्ट जानकारी उनके लौटने के बाद ही मिल पाएगी।
स्थानीय लोगों में डर का माहौल, पुलिस पर सवाल:
घटना की जानकारी मिलते ही पड़ोसियों ने बोलाानी थाना को सूचित किया। पुलिस मौके पर पहुंची और प्राथमिक जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच के दौरान पता चला है कि यह घटना गुरुवार रात की है । सूचना है कि एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, हालांकि पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान अब तक नहीं आया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बोलाानी जैसे सीमावर्ती और औद्योगिक क्षेत्र में आए दिन चोरी की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन पुलिस अब तक किसी एक भी बड़े चोरी मामले का खुलासा नहीं कर सकी है। इससे अपराधियों के हौसले और बुलंद हो रहे हैं।
लोगों की मांग:
स्थानीय कर्मचारियों और रहवासियों ने सेल प्रबंधन और जिला प्रशासन से कॉलोनी में सीसीटीवी कैमरे लगाने, रात में गश्ती बढ़ाने और क्वार्टरों में सेफ्टी अलार्म सिस्टम लागू करने की मांग की है।
उनका कहना है कि अगर अधिकारियों के घर सुरक्षित नहीं हैं, तो आम कर्मचारी खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगा?