विरोध के बाद कार्यक्रम स्थल बदला कंपनी ।
बोलानी, 10 जुलाई (शिबाशीष नंदा):
युवाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने के उद्देश्य से ओडिशा के बड़बिल शहर के निकट बिरसा मुंडा चौक के पास करोड़ों की लागत से निर्मित अत्याधुनिक बहुमुखी इंडोर स्टेडियम को आम जनता के लिए समर्पित किया गया था।
लेकिन अब इस स्टेडियम को खनन सुरक्षा सप्ताह जैसे कार्यक्रमों के लिए एक निजी इस्पात निर्माता कंपनी – आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील को मात्र ₹3000 के उपयोग शुल्क (User Fee) पर जिला प्रशासन द्वारा उपयोग की अनुमति देने को लेकर तीव्र विरोध शुरू हो गया है। जानकारी के अनुसार, कंपनी द्वारा 11 से 14 जुलाई तक सुरक्षा सप्ताह मनाने की तैयारी की जा रही थी, जिसके लिए टेंट और अन्य सामग्री ट्रकों में लाकर स्टेडियम के बाहर रखा गया था।
जैसे ही यह जानकारी खेलप्रेमियों और स्थानीय युवाओं तक पहुंची, उन्होंने इसका घोर विरोध करते हुए टेंट सामग्री को भीतर प्रवेश करने से रोक दिया। इसके बाद बड़बिल सिविल सोसाइटी ने प्रशासन को लिखित आपत्ति देकर स्टेडियम में ऐसे गैर-खेल आयोजनों की अनुमति रद्द करने की मांग की। साथ ही इस निर्णय की आलोचना सोशल मीडिया मंच “X” (पूर्व में ट्विटर) पर भी तेज़ी से फैल गई।
प्रभाव में आकर कंपनी को अंततः आयोजन स्थल बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा। सूत्रों के अनुसार अब यह कार्यक्रम रुंगटा टाउन हॉल, बड़बिल में आयोजित किया जाएगा।
❓ प्रशासन से सवाल उठता है:
क्यों एक खेल स्टेडियम, जिसे सरकारी धन से खेल प्रतिभा को विकसित करने के लिए बनाया गया था, उसे मात्र ₹3000 में एक निजी कंपनी के हवाले कर दिया गया?
क्या यह निर्णय जनता के हितों की अनदेखी नहीं है?
इस पूरे घटनाक्रम पर न तो कंपनी और न ही जिला प्रशासन के अधिकारियों की कोई प्रतिक्रिया अभी तक सामने आई है। लेकिन यह स्पष्ट है कि जनविरोध के चलते प्रशासन को अब अपनी नीति और पारदर्शिता पर फिर से विचार करना पड़ सकता है।