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मुख्यमंत्री के जिले में बढ़ रही है प्रवासी श्रमिकों की संख्या। प्रवासी मजदूर के रूप में काम करने गई युवती की बैंगलुरु में मौत ।

Dec 09, 2024
Odishakhabar:

बोलानी, 9 दिसंबर :- प्राकृतिक संपदा से भरपूर ओडिशा राज्य के मुख्यमंत्री का जिला क्योंझर, जहां प्रवासी श्रमिकों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है। जिले से अन्य राज्यों में जाने वाले प्रवासी श्रमिक विभिन्न दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। जिले में कई खदानें और कारखाने होने के बावजूद शिक्षित बेरोजगार युवा स्थानीय स्तर पर रोजगार पाने में असमर्थ हैं, जिससे वे अपने और अपने परिवार का पेट पालने के लिए मजबूर होकर अन्य राज्यों में प्रवासी श्रमिक के रूप में काम करने जाते हैं। वहीं अन्य राज्य के लोग स्थानीय खदान और कारखानों में नौकरी के विभन्न पदों पर कब्जा कर रहे हैं ।  

जिले के सीमांत और खनन क्षेत्र जोड़ा ब्लॉक  बलागोड़ा पंचायत के बोलानी खान नगर के समसेर हॉटिंग के निवासी एमडी अलाउद्दीन की शिक्षित बेटी मुस्कान परवीन (22), जो डेढ़ साल पहले नौकरी की तलाश में प्रवासी श्रमिक के रूप में बेंगलुरु गई थीं, 1 तारीख को दुर्घटना का शिकार हो गईं और 6 तारीख को उनका निधन हो गया। उनके परिवार ने शव लेकर बोलानी लौटते हुए सोमवार को स्थानीय कब्रिस्तान में शोकपूर्ण माहौल में अंतिम संस्कार किया।  मृतका ने बड़ेबिल सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र से आईटीआई करने के बाद भी जिले में रोजगार न मिलने पर बेंगलुरु जाकर एक कंपनी में प्रवासी श्रमिक के रूप में काम कर रही थी । 1 तारीख को, गैस लीक से हुए आगजनी की घटना में उनका शरीर 60% झुलस गया था। बेंगलुरु की एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान 6 दिसंबर  को उन्होंने दम तोड़ दिया।  

परिवार आर्थिक संकटों का सामना करते हुए बड़ी मुश्किल से शव को बोलानी लाने में सफल रहा। घटना के बाद स्थानीय क्षेत्र में शोक की लहर है। जिले में खदानों और कारखानों से राज्य सरकार को करोड़ों का राजस्व प्राप्त होता है, लेकिन स्थानीय निवासियों को रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे हैं। बाहरी राज्यों के युवाओं को काम मिल रहा है, जबकि स्थानीय शिक्षित युवा रोजगार के अभाव में अन्य राज्यों में प्रवासी श्रमिक बनने को मजबूर हैं और दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं।  

ऐसे में, राज्य सरकार और जिला प्रशासन को स्थानीय प्रभावित क्षेत्रों के शिक्षित युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने पर ध्यान देने और मुख्यमंत्री अपनी जिल्ले के इस प्रमुख समस्या को गंभीरता की आधार पर आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है, ऐसा बुद्धिजीवियों का मानना है।

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