बोलानी, 15 सितम्बर (स्वतंत्र प्रतिनिधि) – अब बस दो दिन बाद देवशिल्पी भगवान विश्वकर्मा की पूजा पूरे उत्साह और धूमधाम से मनाई जाएगी। इसे लेकर बोलानी खनन क्षेत्र और आसपास का इलाका पूरी तरह उत्सवमय नजर आ रहा है।
स्थानीय मूर्तिकार प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। हर साल की तरह इस बार भी सुदूर पश्चिम बंगाल से आए शिल्पकार सुधर्शन कुंडु विभिन्न शैलियों की मूर्तियाँ बनाकर यहाँ बेच रहे हैं। एक ओर मूर्ति निर्माण अंतिम चरण में है, वहीं पूजा पंडालों की सजावट का काम भी तेजी से पूरा हो रहा है।
बोलानी खदानों के अलग-अलग विभागों में परंपरा के अनुसार वर्षों से पूजा आयोजित होती आ रही है। इस खास दिन पर स्थानीय लोगों को खदान क्षेत्र में जाकर पूजा पंडालों और प्रतिमाओं का दर्शन करने की स्वतंत्र अनुमति मिलती है। आकर्षक सजावट और भव्य प्रतिमाएँ लोगों को खूब आकर्षित करती है।
ड्राइवर संघ और विभिन्न संस्थाओं की ओर से विशाल सुसज्जित पंडाल बनाकर पूजा-अर्चना की जा रही है। घर-घर में वाहन पूजा के साथ-साथ ट्रक मालिक सामूहिक रूप से भी श्रद्धा और भक्ति से इसे मनाते हैं। हालांकि इस वर्ष खनिज परिवहन की स्थिति बेहतर न रहने से स्थानीय ट्रक मालिकों में निराशा का माहौल है।
इधर पूजा नजदीक आते ही बाजारों में रौनक बढ़ गई है। फल विक्रेता, पूजा सामग्री दुकानदार और अस्थायी वाहन सज्जा दुकानदारों ने पर्याप्त मात्रा में सामग्री जुटाकर दुकानों को आकर्षक ढंग से सजा रखा है।