बोलानी, 5 जुलाई (शिबाशीष नंदा) -राष्ट्रीय वन महोत्सव के उपलक्ष्य में बोलानी खदान द्वारा संचालित डीएवी पब्लिक स्कूल, बोलानी के प्रांगण में 77वां राष्ट्रीय वन महोत्सव बड़े ही उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती राजश्री महापात्र ने की और उनके कुशल मार्गदर्शन में पूरा आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलानी खदान के मुख्य महाप्रबंधक श्री जयदेव चट्टोपाध्याय उपस्थित थे। उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में मैकेनिकल विभाग के मुख्य महाप्रबंधक एम के सिंह, पर्यावरण एवं लीज विभाग के महाप्रबंधक राधाकांत जेना, वित्त विभाग के महाप्रबंधक सुबाष साहू, विद्युत विभाग के महाप्रबंधक यू. लस्कर, सिविल विभाग के उपमहाप्रबंधक उमेश प्रसाद, सहायक प्रबंधक संजीव कुमार, सहायक प्रबंधक (कार्मिक) आहाद राय, सहायक प्रबंधक (मैकेनिकल) ऋषि बारिक, सहायक प्रबंधक (ई एंड एल) तापस रंजन साहू और डीएवी स्कूल के नवनियुक्त प्रधान शिक्षक गणेश महापात्र समेत अनेक गणमान्य जन उपस्थित थे।
कार्यक्रम की दो प्रमुख चरणों में आयोजन:
प्रथम चरण में उपस्थित अतिथियों ने विद्यालय परिसर में विभिन्न प्रकार के पौधों का रोपण किया। पर्यावरण संरक्षण के इस प्रेरणादायक कार्य में छात्रों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। मुख्य अतिथि श्री चट्टोपाध्याय ने इस अवसर पर कहा कि, “वन महोत्सव जैसे आयोजनों से हमें हरियाली बढ़ाने और पर्यावरण को संरक्षित करने की प्रेरणा मिलती है।” उन्होंने उपस्थित सभी को "मा के नाम पर एक पौधा लगाने" का आह्वान भी किया।
द्वितीय चरण में विद्यालय के एक्टिविटी हॉल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। प्राचार्या श्रीमती राजश्री महापात्र ने अतिथियों का स्वागत करते हुए वन महोत्सव के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर गणेश महापात्र का विद्यालय में प्रधान शिक्षक के रूप में स्वागत किया गया।
छात्र-छात्राओं द्वारा स्वागत गीत, नृत्य प्रस्तुतियाँ और वन महोत्सव पर आधारित भाषण प्रस्तुत किए गए, जिसने उपस्थितजनों को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम में दसवीं और बारहवीं कक्षा के मेधावी विद्यार्थियों को ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया गया।
विद्यालय के छोटे बच्चों के लिए वन संरक्षण थीम पर आधारित फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता समेत अन्य रचनात्मक प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं, जिनमें बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
कार्यक्रम का समापन वरिष्ठ शिक्षक सीमांचल पाणिग्राही द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया। विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं और अन्य कर्मचारीगणों ने मिलकर आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।