बोलानी, 23 जुलाई :
महारत्न कंपनी SAIL के अधीन संचालित बोलानी खान के कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों के लिए बनाए गए जबाहरलाल नेहरू रिक्रिएशन सेंटर (JNRC) की स्थिति इन दिनों बेहद चिंताजनक बनी हुई है। कर्मचारियों की मानसिक और शारीरिक विकास के लिए निर्मित यह सेंटर अब खुद एक गंभीर खतरा बन चुका है।
JNRC ऑडिटोरियम हॉल की छत पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। बारिश से सीलिंग नष्ट हो रही है । कई जगह सीलिंग लटक रही हैं तो कुछ जगहों से गिर चुकी है । कुछ स्थानों पर तो छत में बड़े-बड़े छेद साफ नज़र आ रहे हैं। यह स्थिति किसी भी वक्त एक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।
ऑडिटोरियम में नियमित रूप से SAIL प्रबंधन तथा विभिन्न संस्थाओं द्वारा कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसके अलावा यहां बना बैडमिंटन कोर्ट भी स्थानीय कर्मचारियों, उनके बच्चों और युवाओं के बीच अत्यंत लोकप्रिय है। हर दिन सुबह-शाम दर्जनों लोग यहां अभ्यास करते हैं।
लेकिन अब जर्जर छत और गिरती सीलिंग की वजह से खिलाड़ी डर के साये में अभ्यास करने को मजबूर हैं। कई बार सीलिंग के गिरने की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन सौभाग्यवश अभी तक कोई गंभीर दुर्घटना नहीं हुई। कहीं कभी बारिश हो जाये तो बैडमिंटन कोर्ट में पानी बहने लगते हैं और खिलाड़ियों को निराश हो कर घर लौटना पड़ता है ।
स्थानीय लोगों और कर्मचारियों का कहना है कि वे वर्षों से JNRC की मरम्मत और पुनरुत्थान की मांग कर रहे हैं। बोलानी खान प्रबंधन द्वारा भी समय-समय पर इस पर घोषणाएं भी की जाती रही है, लेकिन अब तक किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
मुख्य मांगें:
ऑडिटोरियम की पूरी छत की मरम्मत की जाए
वर्तमान असुरक्षित सीलिंग को तत्काल हटाया जाए
उच्च गुणवत्ता की नई सीलिंग लगाई जाए
रिक्रिएशन सेंटर को एक आधुनिक और सुरक्षित स्वरूप दिया जाए
कर्मचारियों का कहना है कि यह केवल एक हॉल नहीं बल्कि कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए सामाजिक और मानसिक सुकून का केंद्र है। ऐसे में इसकी उपेक्षा न केवल एक बुनियादी सुविधा की अनदेखी है, बल्कि संभावित जानलेवा खतरे को नजरअंदाज करना भी है।
यदि जल्द ही मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हुआ, तो किसी बड़ी दुर्घटना की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। कर्मचारी संगठनों और सामाजिक संस्थाओं ने इस विषय पर बोलानी खान प्रबंधन से शीघ्र संज्ञान लेने और कार्रवाई की मांग की है।