बोलानी, 21/5 - सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के राउरकेला स्टील प्लांट के अधीन ओडिशा खान समूह की सबसे बड़ी खान मानी जाने वाली बोलानी अयस्क खान में श्रमिक अशांति जारी है। बोलानी खान प्रवंधन ने अगले जून आरम्भ से खान कर्मचारियों के उपस्थान के लिए बायोमेट्रिक अटेंडेंस अनिवार्य करने की योजना बना रही है, जिसका मजदूरों ने कड़ा विरोध जताया है । प्रवंधन के इस फैसले के खिलाफ बोलानी खदान में कार्यरत सभी सात ट्रेड यूनियन संगठित होकर मजबूती से इस फैसले का विरोध करने के लिए हाथ से हाथ मिला लिया है । इस संबंध में मंगलवार सयुंक्त श्रमिक संघ की ओर से 400 से अधिक कर्मचारियों के हस्ताक्षर सम्बलित एक ज्ञापन पत्र बोलानी खान के मुख्य महाप्रवंधक जयदेव चट्टोपाध्याय को सौंपा गया है । श्रमिक संगठन के नेताओं ने कहा कि सेल के वभिन्न इकाइयों में इसे लागू करने की बात नेशनल ज्वाइंट कमेटी फ़ॉर स्टील (एनजेसीएस) के बैठकों में बिरोध जताया गया है । फिलहाल राष्ट्रीय स्तर पे सेल और NJCS के बीच बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस विचारधीन अवस्था है । किसी भी नीतिगत निर्णय लंबित जातीय स्तर पे लंबित हुए भी, बोलानी खान में बायोमेट्रिक्स व्यबस्था को जार जबरदस्त लागू करने की योजना है। इसके अलावा, सेल की अन्य फैक्ट्रियों और खदानों में बायोमेट्रिक अटेंडेंस को अभी तक व्यवहार में लाने की योजना बनी नहीं हैं वहीं यहाँ प्रवंधन इसे लागू करने की जोर दे रहा है । इससे कर्मचारियों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ेगा और कर्मचारी की व्यक्तिगत गोपनीयता ख़त्म होने की संभावना है। इसलिए सभी श्रमिक संघों और सभी कर्मचारियों ने खनन प्राधिकरण के ऐसे फैसले का विरोध किया है । श्रमिक नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि बोलानी खनन प्रवंधन एक जून से इसे लागू करता है तो खान में औद्योगिक अनिश्चितता के लिए खनन प्रवंधन स्वयं जिम्मेदार रहेगा । इस ज्ञापन के प्रदान के दौरान एटक, बीएमएस, सीटू, रिक्स, एचएमएस, इंटक, जीएमएम आदि श्रमिक संघों के नेताओं सहित कई श्रमिक उपस्थित थे।