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अब भी अनदेखा, फिर भी बेहद खूबसूरत पाचेरी जलप्रपात

Dec 25, 2025
Odishakhabar:

बोलानी,25 दिसंबर( स्वतंत्र संवाददाता) –

प्राकृतिक सौंदर्य और खनिज संपदा से समृद्ध केंदुझर जिला पर्यटन की अपार संभावनाएं समेटे हुए है। जिले में कई प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं, लेकिन आज भी कुछ ऐसे प्राकृतिक स्थल मौजूद हैं, जो पहचान और विकास की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

ऐसा ही एक छिपा हुआ प्राकृतिक खजाना है जोड़ाब्लॉक अंतर्गत बोलानी पंचायत के कारो आरक्षित वन क्षेत्र में स्थित पाचेरी जलप्रपात। ओडिशा और झारखंड की सीमा के समीप स्थित यह जलप्रपात बारबिल से लगभग 17 किलोमीटर और केंदुझर जिला मुख्यालय से करीब 89 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

घने जंगलों से घिरा पाचेरी जलप्रपात अपनी शांत वातावरण और बहते पानी की मधुर ध्वनि के कारण प्रकृति प्रेमियों को खास तौर पर आकर्षित करता है। पहाड़ों से सीढ़ीनुमा संरचना में नीचे गिरता यह जलप्रवाह देखने में किसी प्राकृतिक वॉलपेपर से कम नहीं लगता।

बोलानी ओएमसी हटिंग के पास से आगे बढ़कर कारो आरक्षित वन क्षेत्र में लगभग 4 से 5 किलोमीटर अंदर जाने पर यह मनमोहक जलप्रपात दिखाई देता है। हालांकि यहां तक पहुंचने के लिए अभी बेहतर सड़क सुविधा की आवश्यकता है, इसके बावजूद पिकनिक के मौसम में स्थानीय लोगों की अच्छी खासी भीड़ यहां देखने को मिलती है।

भीड़-भाड़ वाले पर्यटन स्थलों से दूर, प्रकृति को उसके शुद्ध और शांत रूप में महसूस करने के इच्छुक पर्यटकों के लिए पाचेरी जलप्रपात एक आदर्श स्थान है। कुछ टूर ऑपरेटर बाहर के राज्यों से आने वाले सैलानियों को भी इस स्थल तक ले जा रहे हैं, जिससे इसकी लोकप्रियता धीरे-धीरे बढ़ रही है।

स्थानीय लोगों का मानना है कि यदि पाचेरी जलप्रपात तक बेहतर सड़क, सुरक्षा व्यवस्था और बुनियादी पर्यटन सुविधाएं विकसित की जाएं, तो यह स्थल न केवल केंदुझर जिले का एक प्रमुख पर्यटन केंद्र बन सकता है, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटन के माध्यम से रोजगार और आजीविका के नए अवसर भी पैदा करेगा।

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