भुवनेश्वर, 07 मई – संबलपुर में बीजद के लोकसभा प्रत्याशी प्रणब प्रकाश दास ने स्वभाव कवि गंगाधर मेहेर व गुरु सत्यनारायण बहिदार की मिट्टी में अपनी शैक्षिक योग्यता व आय को छुपाना संबलपुर की जनता का अपमान है । भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा वरिष्ठ अधिवक्ता पीतांबर आचार्य ने पार्टी कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि हमने आधिकारिक रुप से बीजद प्रत्य़ाशी प्रणब प्रकाश दास के नामांकन का विरोध कर आवेदन पत्र दिया है। हमारे चुनाव एजेंट प्रदीप बहिदार ने श्री दास के नामांकन पत्र को लेकर विधिवत रुप से आबजेक्सन किया है । हमने मुख्य रूप से तीन बिंदुओं पर श्री दास द्वारा झुठा हलफनामा दिये जाने के संबंध में अपना तर्क जिलाधिकारी के सामने रखा । श्री दास ने 2009 में जब चुनाव से पहले हलफनामा दिया था तब उन्होंने अपने आप को कला में प्लस 2 पास बताया था । लेकिन 2024 में अपने हलफनामे में उन्होंने अपने आप को विज्ञान में प्लस -2 पास बताया है ।
उन्होंने कहा कि हमारा दुसरा आरोप था कि श्री दास ने अपने संपत्ति के बारे में पूर्ण जानकारी नहीं दी है । जानकारियों को उन्होंने छुपाया है । तीसरा आरोप यह है कि श्री दास ने इस हलफनामे में 2019-20 में उनके आय को शून्य बताया है। विधायक के रुप में उन्हें वेतन व भत्ता मिलता है । हलफनामे में पूरा पांच साल का ब्योरा उन्हें देना था ।उन्होंने चार साल का दिखाया है । एक साल के आय को छुपाया है । यह एक वाइटल डिफेक्ट है । इसी आधार पर सुप्रीमकोर्ट व अन्य हाइकोर्टों द्वारा अनेक विधायकों व सांसदों के चुनाव को रद्द किया है। ओडिशा हाइकोर्ट ने सुंदरगढ के पूर्व विधायक योगेश सिंह व कटक के पूर्व विधायक के चुनाव को गलत हलफनामे के कारण खारिज किया था ।
श्री आचार्य ने कहा कि संबलपुर की जनता इसका सही जवाब देगी । यद्यपिर रिटर्निंग अधिकारी ने एकतरफा तरीके से इस झुठे हलफनामे को स्वीकार कर लिया है । लेकिन बाद की स्थिति में उपयुक्त फोरम में इसे लिया जा सकता है ।